हरिद्वार। नवभारत साक्षरता कार्यक्रम ( NILP ) के अंतर्गत मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक मूल्यांकन परीक्षा ( उल्लास परीक्षा ) आज हरिद्वार जनपद में आयोजित की गई। विकासखंड बहादराबाद में परीक्षा केंद्र बनाए गए। मूल्यांकन परीक्षा का निरीक्षण स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, भारत सरकार की प्रतिनिधि श्रीमती सुनीता चौहान ने किया। उन्होंने स्कूल का जायजा लिया, परीक्षार्थियों से संवाद किया, उनसे औपचारिक प्रश्न पूछे एवं उनकी सराहना की। उन्होंने बताया कि यह भारत सरकार की योजना है जिसका नाम उल्लास रखा गया है। इसका उद्देश्य सबको शिक्षा मिले, सब साक्षर हों। जिसे हम पहले प्रौढ़ शिक्षा के नाम से जानते थे अब हम इसे सभी के लिए शिक्षा कह रहे हैं। विभाग समग्र शिक्षा के उद्देश्य से काम कर रहा है। इसका उद्देश्य जन-जन को साक्षर करना है।
उन्होंने बताया कि 15 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को शिक्षा के माध्यम से इस योजना में जोड़ना है। शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य हो ऐसा हम प्रयास कर रहे हैं। हरिद्वार जनपद के 30 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा आज आयोजित की गई है। इसका उद्देश्य है कि जो अनपढ़ है या जिनकी बुनियादी शिक्षा बीच में ही छूट गई है वह इस परीक्षा के माध्यम से अपनी शिक्षा पूरी कर सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि हरिद्वार जनपद में लगभग 5000 परीक्षार्थी आज यह परीक्षा दे रहे हैं। यह परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्हें तीसरी कक्षा के समानांतर एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
श्रीमती सुनीता चौहान ने बताया कि यह केंद्र सरकार और राज्य सरकार की संयुक्त योजना है जिसका लाभ सभी को उठाना चाहिए ताकि वे शिक्षित हों। इस निरीक्षण के दौरान आशुतोष भंडारी जिला शिक्षा अधिकारी हरिद्वार, डॉ. कुलदीप गौड़ जिला समन्वयक समग्र शिक्षा हरिद्वार, मुकेश सिंह बी.आर.सी. बहादराबाद एवं यादोराम चौधरी ब्लॉक समन्वयक बहादराबाद मौजूद रहे।