तीन दिवसीय राज्य स्तरीय सेमिनार में हरिद्वार का प्रतिनिधित्व करेंगी शिक्षिका सुनीता जोशी, प्रदेश से कुल 39 शिक्षक

हरिद्वार। अजीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन एवं राज्य शिक्षा विभाग विगत तीन वर्षों से राज्य के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का राज्य स्तरीय शिक्षक सेमिनार आयोजित करते आ रहे हैं। इस वर्ष भी उक्त राज्य स्तरीय तीन दिवसीय शिक्षक सेमिनार -2024 का आयोजन दिनांक 18 दिसम्बर से 20 दिसम्बर, 2024 तक अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन के राज्य संस्थान परिसर आमवाला तरला, देहारादून में आयोजित किया जाना प्रस्तावित है। सेमिनार में समस्त 13 जनपदों से कुल 44 सहायक अध्यापकों / प्रधानाध्यापकों एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा अपने अपने विद्यालयों में किए जा रहे नवोन्मेशी शिक्षण एवं शिक्षणेत्तर प्रविधियों तथा कक्षा कक्ष अभ्यासों का प्रदर्शन एवं प्रेजेंटेशन किया जाएगा | उक्त सभी 44 शिक्षकों के कार्य पत्रकों को एक पुस्तिका के रूप में संकलित कर मुद्रित किया जा रहा है।

 

इस सेमिनार में जनपदों से प्रतिभाग करने वाले शिक्षकों की सूची जारी कर दी गयी है। बात जनपद हरिद्वार की करें तो जिले के सबसे बड़े ब्लॉक बहादराबाद का प्रतिनिधित्व राजकीय प्राथमिक विद्यालय नं. 41 की सहायक अध्यापिका श्रीमती सुनीता जोशी करेंगी। इनके साथ खानपुर के प्राथमिक विद्यालय अब्दुल रहीमपुर के शिक्षक अनुपम प्रसाद एवं नारसन के कोटवाल आलमपुर-2 के शिक्षक राकेश कुमार सैनी अपना प्रस्तुतीकरण देंगे। प्रस्तुतीकरण के लिये 15 मिनट का समय प्रत्येक प्रतिभागी को दिया जायेगा जिसमें उन्हें अपने विद्यालय में जारी नवाचार को प्रस्तुत करना है। 

 

सेमिनार में जनपदों से ऐसे प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक को आमंत्रित किया जा रहा है जो सराहनीय अकादमिक प्रक्रियाओं का सफल रूप से संचालन कर रहे हैं।

सेमिनार के विषयः

1. प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक स्तर के विषयों में प्रभावी शिक्षण प्रक्रियाएं

2. एल.टी.एम. का निर्माण एवं कक्षा में प्रभावी उपयोग

3. विद्यालय स्तरीय प्रभावी अकादमिक प्रक्रियाएं जैसे प्रार्थना सभा, रीडिंग कार्नर, पुस्तकालय/रीडिंग कार्नर

4. अकादमिक प्रक्रियाओं का प्रभावी प्रबंधन

शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों का चयन :

1. प्रत्येक जनपद से तीन शिक्षकों/प्रधानाध्यापकों की सेमिनार में प्रतिभागिता प्रस्तावित है.

2. सभी चयनित शिक्षक/प्रधानाध्यापक अपने अपने अनुभव का प्रस्तुतिकरण करेंगे जिसके लिए प्रत्येक प्रतिभागी को 15 मिनट का समय दिया जाएगा…

3. शिक्षकों/प्रधानाध्यापकों का चयन अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन की जनपद स्तरीय टीम तथा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है।

4. पिछले दो वर्षों में आयोजित सेमिनार में प्रतिभाग कर चुके शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक को प्रतिभागिता के लिए आमंत्रित नहीं किया जाएगा ताकि प्रभावी कार्य करने वाले अन्य शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों को भी सेमिनार के माध्यम से अपनी प्रभावी शैक्षणिक प्रक्रियाओं को साझा करने का मौका मिल सके.

5. नामित सभी प्रतिभागी अपने शैक्षणिक अनुभवों को साझा करने में रुचि रखते हों।

शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों के कार्यों की दस्तावेजीकरण / प्रस्तुतीकरण प्रक्रिया

सेमीनार में शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों के प्रयासों का प्रस्तुतीकरण के विभिन्न माध्यम उपलब्ध कराएँ जायेंगे ताकि ऐसे शिक्षक/प्रधानाध्यापक जो निम्न माध्यमों में से किसी में भी अपने अनुभवों को साझा करने के इच्छुक हों के लिए अवसर मिलें। संबंधित शिक्षक / प्रधानाध्यापक उपयुक्त माध्यम का जो निर्णय ले लेंगे उसी माध्यम को आधार बनाया जाएगा।

1. लिखित अभेलेखिकरण कर प्रस्तुतीकरण करना

2. विडियो डॉक्यूमेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुतीकरण

3. टीचिंग-लर्निंग मेटेरियल के माध्यम से प्रस्तुतीकरण

4. मौखिक प्रस्तुतीकरण

ऐसे शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक साथी जो अपनी अनुभवों को 1500 से 2000 शब्दों में लिखकर देंगे उनके अनुभवों को सेमिनार पुस्तक में मुद्रित किया जायेगा ।

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