शिक्षिका राखी गंगवार ने कायम की मिसाल, स्वयं के खर्च से चलाया जागरूकता अभियान, पैड वूमेन का दर्जा मिला

राखी गंगवार जनपद बरेली के प्राथमिक विद्यालय बौरिया, ब्लॉक भदपुरा में पिछले नौ वर्षों से सहायक अध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट प्रयासों के कारण विद्यालय को लगातार तीन वर्षों तक “निपुण विद्यालय” घोषित किया गया है।

शिक्षण कार्य के साथ-साथ उन्होंने समाज सेवा को भी अपना कर्तव्य माना है। ग्रामीण क्षेत्रों में किशोरियों और महिलाओं को आज भी मासिक धर्म संबंधी जानकारी और साधन उपलब्ध नहीं हो पाते, जिसके चलते उन्हें स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को समझते हुए राखी गंगवार ने अपने अतिरिक्त समय और अवकाश के दिनों में गाँव-गाँव जाकर किशोरियों व महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता के प्रति जागरूक किया और निःशुल्क सैनिटरी पैड वितरित किए।

उन्होंने “किशोरी हमारी, पैड बैंक हमारी” पहल के माध्यम से अपने निजी खर्च से अब तक 100 गाँवों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इन कार्यक्रमों में न केवल पैड वितरण हुआ बल्कि किशोरियों को आत्मविश्वास और सही जानकारी भी दी गई। उनके प्रयासों से अनेक किशोरियों को गरिमा और सम्मान के साथ शिक्षा जारी रखने का अवसर मिला। पहले जहाँ इस विषय पर झिझक और चुप्पी थी, वहीं अब जागरूकता और खुलापन देखने को मिलता है।

यह अभियान उन्होंने किसी संस्था या बड़े आर्थिक सहयोग पर आधारित न रखकर, अपनी व्यक्तिगत बचत और सेवा भावना से प्रारंभ किया। मीडिया ने उन्हें “पैड वुमन” की उपाधि दी है और समाज ने उन्हें महिला सशक्तिकरण की मिसाल माना है।

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