हरिद्वार। जिदंगी को प्राकृतिक व्यवस्थाओं के साथ जोडने से ही स्वास्थ्य जीवन की कल्पना साकार हो सकती है। प्रकृति के नजदीक रहने वाला व्यक्ति अपेक्षाकृत कम बीमार शैली वाला होता है। गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय, हरिद्वार मे शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली के तत्वावधान मे फिट इण्डिया संडे ऑन साईकिल अभियान के तहत साईकिल चलाओ-फिट बनाओं उदघोष के साथ साईकिल चलाकर स्वास्थ्य जागरूकता अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर स्वतंत्रता सैनानी प्रो0 भारत भूषण तथा प्रो0 आर0के0एस0 डागर ने साईकिल दल को सम्बोधित करते हुए कहॉ कि वेद मे शरीर माध्यम खलुधर्म साधनम् के माध्यम से शरीर को निरोगी रखकर ही सभी कार्यो मे सफलता प्राप्त की जा सकती है। प्रो0 आर0के0एस0 डागर ने कहॉ कि साईकिल चलाने वाला व्यक्ति एक साथ अपने रूटिन कार्या को पूर्ण करके पूर्ण स्वास्थ्य की संकल्पना को भी पूरा कर लेता है। इस प्रकार वह एक कर्म के साथ दो साधनाओं का लाभ प्राप्त कर लेता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आई0क्यू0ए0सी0 डायरेक्टर प्रो0 नवनीत ने करते हुये कहॉ कि हम सभी को अपने स्वास्थ के लिए रोज छोटी छोटी क्रियाओं को अपनाने की जरूरत है। छोटे प्रयास से ही बडी सफलता प्राप्त होती है। कार्यक्रम मे कुलसचिव दायित्व का निर्वहन कर रहे प्रो0 प्रभात कुमार को शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार तथा यू0जी0सी0, नई दिल्ली के निर्देशन मे साईकिल अभियान से उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए जनसहभागिता एवं जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डीन, अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय प्रो0 विपुल शर्मा, प्रो0 मयंक अग्रवाल, डॉ0 अरूण कुमार, डॉ0 पवन कुमार, डॉ0 अजेन्द्र कुमार, डॉ0 नितिन काम्बोज, डॉ0 प्रवीण पाण्डेय, डॉ0 बबलू वेदालंकार, डॉ0 विपिन कुमार शर्मा, डॉ0 कपिल कुमार, संयोजक डॉ0 धर्मेन्द्र बालियान, शशिकान्त शर्मा, पार्षद नागेन्द्र सिंह राणा, विरेन्द्र पटवाल, डॉ0 सतेन्द्र सिंह, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों सहित विश्वविद्यालय के संकायों के छात्र एवं क्षेत्रवासी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समन्वयन डॉ0 शिवकुमार चौहान ने कार्यक्रम का संचालन किया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम समन्वयक डॉ0 धर्मेन्द्र बालियान द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त मे उत्तम स्वास्थ्य के लिए रोज साईकिल चलाने का संकल्प लिया गया। शान्तिपाठ के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।