डॉ. शिवा अग्रवाल, हरिद्वार। शिक्षा एवं शिक्षकों का सशक्तिकरण मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है इसका कारण यह है कि शिक्षक मजबूत होंगे तो शिक्षा मजबूत होगी और शिक्षा मजबूत होगी तो एक सशक्त और प्रगतिशील राष्ट्र का निर्माण होगा। यही वह कारण है जो मुझे दिन रात विपरीत परिस्थितियों में भी काम की प्रेरणा देता है यह बात जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर (चमोली) के प्राचार्य आकाश सारस्वत ने कही इस लेखक से विशेष बातचीत में श्री सारस्वत ने विभिन्न सवालों के बेबाकी से जवाब दिए। 20 फ़रवरी 2020 को उत्तराखंड की महामहिम राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य के कर कमलों से उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त हुआ था। उन्होंने बताया कि 1999 में उन्होंने शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं प्रारंभ की तथा तभी से इन दो दशकों की यात्रा में वह विभिन्न पदों पर है तथा हजारों बच्चों से सीधा संवाद किया तथा विभिन्न जनपदों में नवाचारी शिक्षकों की टीम खड़ी की तथा विद्यालयों में विभिन्न नवाचारों को आगे बढ़ाया। शिक्षकों एवं विद्यालयों के बच्चों के बीच अपनी लोकप्रियता के सवाल के जवाब में श्री सारस्वत ने कहा कि वह स्वामी विवेकानंद जी को अपना आदर्श मानते हैं उनका मानना है कि मजबूत बच्चे शक्तिशाली राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं यही वह कारण है कि उन्हें बच्चों एवं शिक्षकों से सीधा संवाद करना पसंद है । इसकी निरंतरता कभी बाधित नहीं होती बताते चलें कि अपने जनपदीय दौरे के दौरान लक्ष्य से अधिक विद्यालयों का अवलोकन करने का रिकॉर्ड श्री सारस्वत के नाम दर्ज है साथ ही वह विभिन्न स्कूलों में अवलोकन कर अच्छा काम करने वाले उत्कृष्ट अध्यापकों का चयन करते हैं तथा इसी प्रकार उत्कृष्ट छात्र का भी चयन किया जाता है। उनका कहना है कि इस तरह सभी को मोटिवेशन मिलता है तथा वह अपना कार्य अधिक निष्ठा से करते हैं । विभाग द्वारा शिक्षकों पर कुछ ज्यादा ही प्रयोग किए जाने संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ग्रास रूट पर अध्यापक काम करता है इसलिए किसी भी योजना एवं योजना को क्रियान्वित करने से पहले मिलजुल कर रणनीति बनाई जानी चाहिए जिससे शिक्षण एवं अधिगम की प्रक्रिया को दुरुस्त किया जा सके। श्री सारस्वत ने कहा कि सशक्त समाज का निर्माण एवं समाज में सकारात्मक परिवर्तन मात्र शिक्षकों द्वारा ही संभव है इसलिए शिक्षक सशक्तिकरण के कार्य में उनकी बेहद रुचि है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मेहनती शिक्षकों की कोई कमी नही है। प्राइमरी स्कूलों में बहुत अच्छा काम हो रहा है तथा कुछ स्कूलों के बच्चे बड़ी जगह चयनित भी हो रहे हैं।
( शिक्षा का अधिकार पोर्टल जन्मदिन पर आकाश सारस्वत जी को शुभकामनायें प्रेषित करता है )