हरिद्वार। पतंजलि विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षांत समारोह आगामी 2 नवंबर 2025 को आयोजित किया जाएगा। इस गरिमामय समारोह की अध्यक्षता भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु करेंगी। समारोह को यादगार और भव्य बनाने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

विश्वविद्यालय परिसर में साफ-सफाई, रंगाई-पोताई, मरम्मत सहित सभी आवश्यक कार्य तेज़ी से जारी हैं। समारोह की तैयारियों की समीक्षा हेतु बैठकों का सिलसिला निरंतर जारी है। सोमवार को पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रो. मयंक कुमार अग्रवाल और योग तथा मानविकी एवं प्राच्य विद्या संकाय की अधिष्ठात्री प्रो. साध्वी देवप्रिया की उपस्थिति में स्वर्ण पदक एवं उपाधिधारकों की सूची का अवलोकन किया गया। इस अवसर पर दीक्षांत समारोह से संबंधित प्रगति रिपोर्ट पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
दिनभर विश्वविद्यालय में समारोह की व्यवस्थाओं पर चर्चा होती रही और शाम तक तीसरी समीक्षा बैठक जारी रही । समारोह को लेकर विश्वविद्यालय में कार्यक्रम स्थल पतंजलि मुख्य सभागार का रंग-रोगन व साफ चल रही है। विश्वविद्यालय के मुख्य सभागार (पतंजलि मेन ऑडिटोरियम) में लगभग 2200 लोगों के बैठने की सीट है। वहीं, विश्वविद्यालय के खेल मैदान में हेलीपैड स्थल का निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है। हेलीपैड से लेकर प्रशासनिक भवन तक सड़क की मरम्मत, रंगाई-पोताई एवं झाड़-झंखाड़ की सफाई की जा रही है।
समारोह को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों और कर्मचारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी प्रशासन द्वारा विशेष योजनाएं बनाई जा रही हैं।
समीक्षा बैठक में पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. निर्विकार, कुलानुशासक स्वामी आर्षदेव,डीन अकादमिक डॉ. ऋत्विक बिसारिया, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अरविंद कुमार सिंह, आईक्यूएसी सेल समन्वयक प्रो. केएनएस यादव सहित विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष तथा शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक सदस्य उपस्थित रहे।
सभी ने मिलकर यह संकल्प दोहराया कि विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षांत समारोह पूर्ण गरिमा, अनुशासन और सफलता के साथ संपन्न किया जाएगा।