हरिद्वार (अभिषेक गुप्ता)। लंबे समय से प्रमोशन की बाट जोह रहे प्राथमिक शिक्षकों को झटका लगा है। सुगम-दुर्गम के निर्धारण के कारण कोर्ट से रुके तबादलों की जद में अब प्रमोशन भी आ गए हैं। वैसे ही प्रमोशन पर कछुआ चाल से कार्यवाही हो रही थी जिस पर अब कोर्ट की मुहर लग गई है।
गौरतलब है जनपद हरिद्वार में लंबे समय से प्राथमिक शिक्षकों के प्रमोशन लंबित थे। इस पर शिक्षक संगठनों ने नाराजगी जताते हुए कई बार जिले के अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा था। धीमी गति से काम करते हुए विभाग ने वरीयता सूची जारी की जो कई बार त्रुटियों का शिकार हुई। संशोधन पर संशोधन करते हुए पिछले दिनों अंतिम वरिष्ठता सूची जारी हुई। शिक्षकों को लगा कि अब प्रमोशन हो ही जायेंगे। जनपद स्तर की मीटिंग में प्राथमिक के 136 तथा जूनियर सहायक के 42 प्रमोशन के लिए सहमति बनी। इसी बीच प्रमोशन को लेकर निदेशालय पत्राचार किया गया जहां से कोर्ट में कोटीकरण का मामला विचाराधीन होने की बात कही गई। बता दें कि एक ही कैंपस में माध्यमिक स्कूल सुगम और प्राथमिक स्कूल दुर्गम होने संबंधी मामले की सुनवाई कोर्ट में चल रही है। इसी कारण अभी तक विभिन्न श्रेणियों में होने वाले ट्रांसफर लटके हुए हैं। कोर्ट ने टिप्पणी की थी क्यों न कोटिकरण के कारण यह सत्र शून्य कर दिया जाए? कुल मिलाकर अब यह मामला अटक गया हैं। शिक्षा विभाग के आला अधिकारी यह ही नहीं बता पा रहे हैं कि इस मसले में कोर्ट की तारीख कब है। वहीं दूसरी ओर सूत्र बताते हैं कि जिले के अफसर खुद नहीं चाहते कि प्रमोशन हों। उनके द्वारा शुरू से ही इस मामले में ढिलाई बरती जा रही थी। कुल मिलाकर संपूर्ण प्रक्रिया से सहायक अध्यापकों को झटका लगा है।