शिक्षा का अधिकार, डेस्क। नैनीताल के ओखलकांडा का एक राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय इस बार चर्चा में है। स्कूल में हाईस्कूल के एकमात्र छात्र ने परीक्षा दी और वह भी सभी विषयों में फेल हो गया। सात छात्रों के इस स्कूल में सात शिक्षक तैनात हैं।
स्कूल में बीते शिक्षा सत्र में कक्षा छह से दसवीं तक मात्र सात छात्र थे। इनमें कक्षा छह-सात में दो-दो, कक्षा आठ, नौ और दस में केवल एक-एक ही छात्र थे। सात छात्रों के इस स्कूल में प्रधानाध्यापक समेत सात शिक्षक भी तैनात हैं। हालांकि एक शिक्षक (आर्ट विषय) को दूसरे स्कूल में व्यवस्था के लिए भेजा गया है। पूरे स्कूल से एकमात्र छात्र ने दसवीं की परीक्षा दी थी। 19 अप्रैल को जब परीक्षा परिणाम आया तो वह छात्र सभी विषयों में फेल हो गया।
शिक्षा विभाग ने खराब परिणाम वाले स्कूलों की जब स्क्रूटनी शुरू की तब यह मामना सामने आया है। छात्र को हिन्दी में सबसे अधिक 10 अंक मिले हैं जबकि बाकी विषयों में स्थिति और भी खराब रही। स्कूल के सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।