शून्य निवेश नवाचार : डायट चमोली में प्राचार्य आकाश सारस्वत ने शुरू कराई हस्तलेखन कार्यशाला

चमोली। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) छात्र-छात्राओं और डीएलएड प्रशिक्षुओं को लेखन की कला सिखाएगा। सुलेख के अलावा उनकी त्रुटियों को दूर करने पर भी कार्य किया जायेगा। इसके लिए संस्थान ने 05 जनवरी से पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शुरू किया है जो 9 जनवरी तक चलेगा। इसमें कक्षा चार से नवीं कक्षा तक में पढ़ने वाले गौचर नगर के स्कूलों के छात्र छात्राओं को शामिल किया गया है।

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर (चमोली) के प्राचार्य आकाश सारस्वत के अनुसार विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान देखा गया कि अधिकांश बच्चों की लिखावट अपठनीय है और उनकी वर्तनी में भी त्रुटियां हैं। इसे दूर करने के लिए भविष्य के अध्यापकों को भी प्रशिक्षण देना जरूरी है। इसलिए डीएलएड के प्रशिक्षुओं और स्थानीय बच्चों को इसमें शामिल किया गया है। उन्होंने कहा की यह शून्य निवेश नवाचार है जिसमें बच्चे और प्रशिक्षु दोनों लाभान्वित होंगे। बच्चे कार्यशाला में अधिकाधिक प्रतिभाग करें इसके लिए विद्यालयों से संपर्क किया गया। गत दिवस इस कार्यशाला का उद्घाटन प्राचार्य आकाश सारस्वत द्वारा किया गया। कार्यशाला के समन्वयक डॉ. कमलेश कुमार मिश्र ने बताया कि कार्यशाला सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक संचालित हो रही है। इस अवसर पर मुख्य संदर्भदाता जूनियर हाईस्कूल करुली, बागेश्वर के प्रधानाध्यापक नरेंद्र गोस्वामी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

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