देहरादून। शिक्षा महानिदेशक झरना कमठान ने जर्जर स्कूल भवनों एवं छात्रावासों में छात्र-छात्राओं को न बैठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जर्जर भवनों में बैठाने के बाद यदि बच्चों के साथ कोई घटना होती है तो प्रधानाचार्य उत्तरदायी होंगे। इसके लिए पहले भी निर्देश दिए गए थे लेकिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इससे विभाग की छवि खराब होती है।
शिक्षा महानिदेशक ने कहा, जर्जर स्कूल और छात्रावासों में छात्र-छात्राओं को किसी भी सूरत में न बैठाया जाए।
जिन विद्यालयों के भवन और शौचालय क्षतिग्रस्त हो चुके हैं उन विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए इसकी वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
नए स्कूल भवन, कक्षा-कक्ष एवं शौचालय के लिए जल्द महानिदेशालय को प्रस्ताव भेजा जाए। शिक्षा महानिदेशक ने कहा, निर्देश के बाद भी यदि किसी विद्यालय भवन में इस तरह की स्थिति मिली तो संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य उत्तरदायी होंगे। वहीं, संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य के प्रस्ताव पर अमल न किया गया तो इसके लिए संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
