शिक्षा का अधिकार डेस्क। उत्तराखंड का भगवानपुर नकली दवा, मिठाई एवं अन्य चीजें बनाने का हब बन गया है। ताजा मामला यहां से सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद के लिए उपयोग किए जाने वाले लड्डू में नकली घी का प्रकाश में आया है। उत्तराखंड की एक डेयरी तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) में लड्डू प्रसादम के लिए 5 वर्ष तक नकली घी की आपूर्ति करती रही। डेयरी ने बिना एक बूंद दूध खरीदे पाम ऑयल व अन्य रसायनों से 68 लाख किलो घी तैयार कर दिया। लड्डू में मिलावट की जांच कर रहे सीबीआई के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने यह खुलासा हाल में अजय कुमार सुगंध की गिरफ्तारी के बाद किया है।

सीबीआई ने मीडिया को जो जानकारी दी उसके अनुसार, सुगंध ने भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी को मोनोडाइग्लिसराइड्स और एसिटिक एसिड एस्टर जैसे रसायनों की आपूर्ति की थी। इस डेयरी ने लड्डू प्रसाद बनाने में इस्तेमाल घी की आपूर्ति के लिए टीटीडी से अनुबंध किया था। जांच में पता चला कि उत्तराखंड के भगवानपुर स्थित भोले बाबा डेयरी के प्रमोटर पोमिल जैन और विपिन जैन ने वर्ष 2019 से 2024 के बीच तिरुपति ट्रस्ट को 68 लाख किलो नकली घी की आपूर्ति की, जिसकी कीमत लगभग 250 करोड़ रुपये है। नेल्लोर स्थित एसीबी कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट में एसआईटी ने बताया कि भोले बाबा डेयरी प्रमोटरों की तरफ से पेश दूध खरीद और भुगतान के रिकॉर्ड फर्जी पाए गए।